Govardhan : यादवों की सैकड़ों साल पुरानी परम्परा, निकाली भव्य गोवर्धन यात्रा

लखनऊ,  Govardhan   यदुवंशियों ने सैकड़ों साल पुरानी परम्परा को निभाते हुए काशी में गोवर्धन पूजा पर शोभा यात्रा निकाली।
केसरिया साफा बांधे यादव बंधुओं ने इस दौरान परंपरागत मनरी कला (लट्ठबाजी) का प्रदर्शन भी किया।

काशी में इस बार दीपावली के दूसरे दिन नहीं, बल्कि तीसरे दिन (बुधवार) अन्नकूट महोत्सव  मनाया जाएगा। सूर्यग्रहण के कारण भले ही इस बार गोवर्धन पूजा का आयोजन बुधवार को होगा लेकिन शोभायात्रा आज मंगलवार को ही निकाली गई।  27 सालों के बाद ऐसा होने जा रहा है।

दीपावली के दूसरे दिन मंगलवार को केसरिया साफा बांधे यादव बंधुओं ने हथुआ मार्केट चेतगंज के मुख्य गेट से गोवर्धन पूजनोत्सव शोभायात्रा निकाली। गोवर्धन पूजा समिति के बैनरतले निकली श्रीकृष्ण-बलराम गोवर्धन पूजनोत्सव शोभायात्रा का उद्घाटन सांसद और  फिल्म अभिनेता दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ ने किया। इस दौरान  पूर्व गृह राज्यमंत्री हंसराज अहिर, गिरीशचंद्र यादव , डीपी यादव समेत कई अन्य नेता मौजूद रहे।

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ऋषि पुलस्त गोवर्धन पर्वत को काशी में लाने के लिए उसे ले कर चले थे। लेकिन, थकावट की वजह से उन्होंने उसे एक बार ब्रज में रखा और फिर पर्वत वहीं स्थापित हो गया। गोवर्धन पर्वत तो काशी नहीं आ सका, लेकिन गोवर्धन पूजा पर शोभायात्रा की यह परम्परा यहां के यदुवंशी तभी से निभाते आ रहे हैं।
वाराणसी में  काफी धूमधाम से गोवर्धन पूजा की शोभायात्रा ढोल-नगाड़ों की गूंज के बीच आगे बढ़ती गई और लोग शामिल होते गए। लहुराबीर से कबीरचौरा पहुंचने तक पूरी सड़क केसरिया साफा बांधे यादव बंधुओं से पट गई।शोभायात्रा में आकर्षक झांकियां, वाहनों पर कलाकारों के रासनृत्य, भगवान कृष्ण के जीवन से जुड़ी झांकियां आदि आकर्षण का केंद्र बनी रहीं। विभिन्न राज्यों से आए यादव कलाकारों और यदुवंशी समाज के लोगों ने इस यात्रा के दौरान कई तरह के करतब भी दिखाए । छत्तीसगढ़ यादव समाज द्वारा इस अवसर पर अहिरऊ रऊतारी नृत्य किया गया।  इस नृत्य का प्रदर्शन गणतंत्र दिवस की परेड में छत्तीसगढ़ की झांकी में किया जाता है।
लोगों ने दिवंगत मुलायम सिंह यादव को खास तरह से श्रद्धांजलि अर्पित की। सपा संरक्षक का एक बड़ा सा पोस्टर लेकर शोभा यात्रा में चलते रहे। शोभायात्रा के आगे-आगे शानदार आतिशबाजी का भी प्रदर्शन किया जाता रहा।
इस दौरान सड़क के दोनों ओर झांकियों के दर्शन के लिए लोगों का रेला उमड़ा रहा। काशीवासियों ने जगह-जगह शोभायात्रा का जबरदस्त तरीके से स्वागत किया। शोभायात्रा लहुराबीर, पिपलानी कटरा, कबीरचौरा, मैदागिन, विशेश्वरगंज, मच्छोदरी, प्रहलाद राजघाट होते हुए गोवर्धन धाम पहुंचकर सभा में परिवर्तित गई। सभा में यादव समाज के विशिष्ट जनों और मेधावी युवाओं को यदुवंश का सर्वोच्च सम्मान गोवर्धन श्री दिया गया।

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