इं0अभिषेक यादव के निलंबन की संस्तुति का मामला गर्माया, डीएम पर लगाये ये आरोप
लखनऊ, इं0अभिषेक यादव के निलंबन की संस्तुति का मामला गर्मा गया है। अभिषेक यादव ने डीएम पर गंभीर आरोप लगाये हैं।
इं0अभिषेक यादव औरैया जिले के पीडब्ल्यूडी विभाग में एक्सईएन के पद पर तैनात हैं। औरैया की डीएम और कानपुर के कमिश्नर ने अभिषेक यादव पर चुनावी व विभागीय कार्यों में लापरवाही का आरोप लगाते हुए शासन से उन्हें निलंबित करने की संस्तुति की है। इस पर अभिषेक यादव ने प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी, विभागाध्यक्ष और उत्तर प्रदेश इंजीनियर एसोसिएशन को विस्तृत पत्र भेजा है। शासन को भेजे पत्र में अभिषेक यादव ने कहा है कि उन्होंने डीएम के मौखिक आदेश पर उनके सरकारी आवास में सड़क और स्वीमिंग पूल बनाने से इन्कार कर दिया। इसके चलते डीएम ने उनके साथ अमानवीय व्यवहार करते हुए निलंबन् की संस्तुति की है।
पत्र में उन्होने कहा है कि ईवीएम व बोधी पैट की ट्रैकिंग संबंधी कार्य इसलिए पूरा नहीं कराया जा सका, क्योंकि पोलिंग पार्टी को ले जाने वाले वाहन चालकों ने अपने फोन में ट्रैकिंग एप को डाउनलोड करने से मना कर दिया था। इसलिए चुनाव ड्यूटी में लापरवाही का आरोप सही नहीं है।
इसी तरह से पोलिंग पार्टी की रवानगी के दिन 25 लोगों की क्षमता का मंच बनाया गया था। इस पर ड्यूटी कटवाने के लिए 100 से अधिक लोग चढ़ गए व एक मेज खिसक गई। औरैया में अधिकारियों व कर्मचारियों के आवास निर्माण के लिए भी उन्हें दोषी ठहराना उचित नहीं है। इस परियोजना में अप्रैल 2023 में भूमि की उपलब्धता कराकर साइट पर काम प्रारंभ कराया गया। इसमें मिले आवेदन की वित्तीय प्रगति 80 प्रतिशत है। इस काम को अक्तूबर 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। औरैया में निर्मित मेडिकल कॉलेज के पहुंच मार्ग का निर्माण स्थानीय किसानों से विवाद के चलते प्रभावित हो रहा है।
अभिषेक यादव ने यह भी कहा है कि चुनाव के दौरान जिले में 5 अन्य अधिशाषी अभियंता भी हैं, लेकिन उन्हें (अभिषेक को) निर्धारित दायित्व से अतिरिक्त तीन- तीन प्रभार दिए गए। पत्नी की स्वास्थ्य संबंधी गंभीर दिक्कतों के बावजूद मुख्यालय छोड़ने की अनुमति नहीं दी गई। जबकि डीएम, औरैया नेहा प्रकाश, ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है।