पूर्व मंत्री छोटेलाल यादव का निधन, राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर

लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधान सभा में कई बार के विधायक और राज्य मंत्री रह चुके छोटे लाल यादव का निधन हो गया। वह पिछले कई दिनों से बीमारी से ग्रसित थे और उनका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। पूर्व राज्य मंत्री की मौत की खबर से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर फैल गई है।

 नवाबगंज सीट से तीन बार विधायक रहे पूर्व राज्य मंत्री छोटेलाल यादव का बुधवार सुबह निधन हो गया। लखनऊ के सहारा हास्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली। दोपहर में जब उनका शव पैतृक गांव गोपालपुर पहुंचा तो लोगों ने बाराबंकी का एकय लाल, छोटेलाल, छोटेलाल के नारे लगाए। दोपहर बाद उनके पैतृक आवास गोपालपुर में हजारों समर्थकों के बीच उन्हें मुखाग्नि दी गई। बड़े बेटे विनोद ने उन्हें मुखाग्नि दी। इससे पहले प्रशासन की ओर से उनके शव पर पुष्प चक्र भेंट कर सलामी दी गई।

अपने समर्थकों में बाबूजी के नाम से जाने जाने वाले 80 वर्षीय छोटेलाल यादव पहली बार 1991 में जनता पार्टी से विधायक चुने गए थे। वर्ष 1993 और 2002 में वह सपा के टिकट पर चुनाव जीते। इसी दौरान उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा मिला। उनकी बहू स्नेहलता भी प्रमुख चुनी गईं।कुछ दिनों पूर्व ही वह समाजवादी पार्टी का दामन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में  शामिल हुए थे। बाराबंकी में यादव समाज सहित पिछड़ों और दलितों में उनकी काफी पकड़ मानी जाती थी। सपा की आंतरिक कलह की वजह से उन्होंने बाद में सपा छोड़कर बेनी प्रसाद वर्मा के साथ कांग्रेस ज्वाइन कर ली। थोड़े बाद में पुनः सपा में वापसी की। टिकट और पार्टी में उपेक्षा से दुखी छोटेलाल यादव बीते कुछ वर्षीय से सक्रिय राजनीति से दूर थे। नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव से पूर्व उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली और पार्टी के पक्ष में प्रचार किया।

 

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