बाबा बालकनाथ ने लोकसभा से दिया इस्तीफा, मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे

लखनऊ,  बाबा बालकनाथ ने लोकसभा की सदस्यता छोड़ दी है। उन्होंने संसद की सदस्यता से गुरुवार को इस्तीफा दे दिया है।

राजस्थान के अलवर से भाजपा के सांसद बाबा बालकनाथ ने अपनी लोकसभा की सदस्यता छोड़ दी है। उन्होंने आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया है।  इससे पहले राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधायकी का चुनाव जीतने वाले सभी भाजपा सांसदों ने कल ओम बिरला को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।

मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे

राजस्थान के मुख्यमंत्री दावेदारों में उनके नाम की जोर शोर से चर्चा है। भाजपा ने बाबा बालकनाथ को इस बार अलवर की तिजारा सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ाया था और वह कांग्रेस प्रत्याशी इमरान खान को हराकर विधायक चुने गए थे।

यादव परिवार में जन्म हुआ

बाबा बालकनाथ का जन्म बहरोड़ तहसील के कोहराना गांव में यादव परिवार में हुआ था। उन्होंने साढ़े छह साल की उम्र में संन्यास लेने का फैसला किया और अपना घर छोड़कर आश्रम में चले गए थे।  वह हिंदू धर्म के नाथ संप्रदाय के 8वें महंत भी हैं। 29 जुलाई 2016 को, महंत चांदनाथ ने एक समारोह में बालकनाथ योगी को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बाबा रामदेव भी शामिल हुए थे।  महंत बालकनाथ योगी बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय (BMU) के चांसलर हैं। उनकी  जड़ें  राजस्थान के अलवर के साथ साथ पूरे अहिरवाल क्षेत्र में गहराई से जुड़ी हुई हैं।

 

 

 

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